बागपत, अक्टूबर 8 -- महर्षि वाल्मीकि जयंती मंगलवार को धूमधाम से मनाई गई। जगह-जगह वैदिक यज्ञ, शोभायात्रा, रामायण पाठ समेत अन्य कार्यक्रम आयोजित हुए। शहर के वाल्मीकि मोहल्ले में सुबह के समय यज्ञ हुआ, जिसमें काफी लोग शामिल रहे। इसके बाद रामायण पाठ शुरू हुआ। क्षेत्र के पाबला, नया गांव, टटीरी, सिसाना, काठा, मवीकला आदि गांवों में भी वाल्मीकि जयंती धूमधाम से मनाई गई। मवीकला के हनुमान मंदिर में रामायण पाठ किया गया। कार्यक्रमों में वाल्मीकि समाज के अलावा अन्य समाज के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा किया। वक्ताओं ने बताया कि महर्षि वाल्मीकि को संस्कृत साहित्य में अग्रदूत-कवि माना जाता है। उन्हें महाकाव्य रामायण के पहले कवि, आदि कवि के रूप में भी जाना जाता है। वाल्मीकि को हिंदू धर्म में ज्ञान का सागर भी कहा जाता है। उनका जन्म प्राचीन भारत में गंगा के किना...