नोएडा, मई 5 -- ग्रेटर नोएडा। फोर्टिस अस्पताल में अस्थमा से बचाव को जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि प्रदूषण और धूल मिट्टी के कणों से अस्थमा बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक को शिकार बना रहा है। कोविड के बाद कई ऐसे मरीज सामने आए हैं, जिन्हें पहले हल्के एलर्जी के लक्षण होते थे, लेकिन अब उनमें अस्थमा के अटैक की फ्रीक्वेंसी और तीव्रता बढ़ गई है। अस्थमा के प्रमुख कारण ठंडी हवा, धूल और प्रदूषण जैसे पर्यावरणीय कारक हैं। उन्होंने सांस संबंधी शिकायतों से परेशान लोगों को विशेष सावधानी बरतने, घर के बाहर मास्क लगाने तथा जेब में इनहेलर लेकर चलने की सलाह दी है। --

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