धनबाद, फरवरी 21 -- धनबाद, मुख्य संवाददाता देशभर के उद्योग पेशेवरों और शोधार्थियों के लिए आईआईटी आईएसएम धनबाद में गुरुवार को दो दिवसीय एग्जीक्यूटिव डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू हुआ। प्रतिभागियों ने खनन उद्योग में वायु गुणवत्ता निगरानी और नियंत्रण के लिए एकीकृत कम लागत वाले सेंसर (एलसीएस) और स्वचालन प्रौद्योगिकी विषय पर अपनी बात रखी। वायु प्रदूषण के मूलभूत पहलुओं जैसे इसके स्रोत, संरचना, जलवायु परिवर्तन तथा मानव स्वास्थ्य पर इसके हानिकारक प्रभावों पर चर्चा की गई। प्रो. सैफी इजहार ने वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को एक वैश्विक चुनौती बताते हुए कहा कि औद्योगिक जीवाश्म ईंधन और खनन इसके प्रमुख कारणों में से हैं। उन्होंने बताया कि पारंपरिक वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली अत्यधिक महंगे उपकरणों पर निर्भर करती है, जिससे इसकी पहुंच और तैनाती सीमित हो जाती ...