वाराणसी, अगस्त 8 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। सामाजिक दायिवत्व निभाने के लिए आमंत्रण पत्र भी आधार बन सकते हैं। इसका सटीक उदाहरण हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसाइटी ने दिया है। काशी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से श्रीराधा अष्टमी तक के विवरण वाले इस आमंत्रण पर कई सामाजिक संदेश भी अंकित किए गए हैं। यह आमंत्रण पत्र लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। तीन फोल्ड (छह हिस्सों) में बंटे इस आमंत्रण पत्र के हर पन्ने पर कोई न कोई एक जागरूकता संदेश अंकित है। इसकी शुरुआत आमंत्रण पत्र के लिफाफे से ही हो गई है। लिफाफे के पिछले हिस्से पर दो स्लोगन लिखे गए हैं। पहला 'जल है तो कल है-जल नहीं तो कुछ नहीं और दूसरा स्लोगन 'जल से है जीवन-जल से हैं नदियां लिखा गया है। कार्ड के पहले पन्ने पर 'स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत अंकित है। दूसरे पन्ने पर लिखा है 'वाणी को वीणा बन...