प्रयागराज, फरवरी 2 -- महाकुम्भ नगर मुख्य संवाददाता वसंत पंचमी को लेकर अखाड़ों के साधु-संतों में खासा उत्साह है। एक दिन पहले रविवार को दोपहर बाद से ही अखाड़ों में साधु-संन्यासियों के रथ, हाथी, घोड़े सजने शुरू हो गए। परंपरा अनुसार सभी अखाड़े अपने-अपने क्रम से संगम में अमृत स्नान करेंगे। सभी 13 अखाड़ों का यह आखिरी अमृत स्नान है और इसके बाद एक-एक कर अखाड़ों का प्रस्थान शुरू हो जाएगा। अखाड़ों के सभी पदाधिकारी, महंत, अध्यक्ष, मंडलेश्वरों, महामंडलेश्वरों के रथ, हाथी, घोड़ों, चांदी के हौदों की साजसज्जा फूल, मालाओं और तरह-तरह के आभूषणों से की जा रही है। महामंडलेश्वरों के रथों पर भगवान की मूर्तियां, शुभ चिह्नों, पशु-पक्षियों, कलश आदि का अलंकरण किया जा रहा है। नागा और वैरागी संन्यासी मध्य रात्रि से तन पर भस्म रमा कर अखाड़ों की धर्म ध्वजा और इष्ट देव...