पूर्णिया, जुलाई 8 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। अब आने वाले एक सप्ताह तक आसमान में सिर्फ बादल ही देखने को मिलेंगे, वर्षा नहीं होगी। पूर्वानुमान इंडेक्स ऐसा ही बता रहा है। इस प्रकार के पूर्वानुमान से किसानों की परेशानी बढ़ गई है क्योंकि अभी धान रोपनी का मुख्य समय चल रहा है और बिहार के सीमांचल में धान की खेती मानसून पर ही निर्भर करता है। यह अलग बात है कि अधिकांश सबल किसान अपने खेतों में निजी स्तर पर सिंचाई धान की रोपनी कर लेते हैं लेकिन यदि वर्षा नहीं होती है तो उनके धान सूख जाते हैं। मौसम की बेरुखी ने किसानों पर चिंता की लकीरें फेर दी है। इधर पूर्णिया में सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जबकि सुबह की आद्रता 73 प्रतिशत और शाम के आद्रता 60 प्रतिशत रही। दिनभर 10 ...