गंगापार, अप्रैल 13 -- अक्सर किसानों को वर्षा की बूंदों को देखकर खुशी मिलती है पर रविवार सुबह आसमान से बरसती वर्षा की बूंदों ने किसानों के गले सुखा दिए। क्षण भर के लिए गिरी वर्षा की बूंदे मानो खेत में नहीं बल्कि किसानों के शरीर पर वज्र बनकर गिर रही थीं। किसान हाथ पर हाथ रख उनको मलने के सिवाय चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहा था। हालांकि यह वज्र रूपी बूंदे कुछ ही समय में थम गईं जिससे किसानों ने राहत की सांस ली पर किसानों में उनकी रबी की फसल को लेकर डर जरूर पैदा करके चली गईं। मालूम हो कि इस समय क्षेत्र में रबी की मुख्य फसल गेहूं की कटाई मडाई का कार्य बड़े ही तेजी के साथ चल रहा है। ऐसे में यदि तेज बरसात घंटे तक हो जाती तो, किसान की साल भर की मेहनत तो बर्बाद ही हो जाती साथ ही साथ उनके सामने परिवार के भरण पोषण का भी संकट खड़ा हो जाता। हालाकि अभी तक ...