रिषिकेष, सितम्बर 2 -- भारतीय साहित्य संगम ने साहित्यिक संगोष्ठी और कवि सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें देश भर के 10 वरिष्ठ साहित्यकारों एवं कवियों ने शिरकत की। कवियों ने अपनी कविताओं के जरिए विकास की होड़ में प्रकृति के होते नुकसान पर भी तंज कसा। मंगलवार को स्पर्श गंगा होटल ऋषिकेश में भारतीय साहित्य संगम द्वारा साहित्यिक संगोष्ठी और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. धीरेंद्र रांगड़ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्था की गतिविधियों के संबंध में अपने विचार प्रस्तुत किया। वयोवृद्ध साहित्यकार शंभू प्रसाद भट्ट स्नेहिल ने सुमधुर आवाज में मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की तत पश्चात उन्होंने कविता वाचन किया। मुंबई के प्रबुद्ध साहित्यकार मुक्तिनाथ त्रिपाठी ने 'कभी खुशनुमा यादों के साथ कभी गमों के सैलाबों के बीच नैनो ...