लखीसराय, अगस्त 4 -- कजरा। पौधों के लिए पूर्ण रूप से जैविक खाद के रूप में वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग आर्गेनिक गार्डनिंग में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए किया जाता है। वर्मीकम्पोस्ट के गुणों और फायदों के आधार पर जैविक खेती और गार्डनिंग के लिए इसका उपयोग करना जरूरी हो जाता है। कृषि सलाहकार अनिल कुमार सिंह ने बताया कि केंचुआ के मल या केंचुआ कास्टिंग को वर्मीकम्पोस्ट कहा जाता है। आर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र वर्मीकम्पोस्ट को केंचुआ खाद भी कहा जाता है। वर्मीकम्पोस्टिंग वह प्रक्रिया है जिसमें विशेष रूप से केंचुओं और अन्य सूक्ष्मजीवों के माध्यम से जैविक कचरे का अपघटन किया जाता है। उन्हें लाभदायक मिट्टी में बदला जाता है। अपघटन के बाद बने मिट्टी उत्पाद को वर्मीकम्पोस्ट कहा जाता है। केंचुआ खाद या वर्मी कम्पोस्ट को पौधों को स्वस्थ रखने और तेजी से विकास करने क...
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