चम्पावत, फरवरी 24 -- तीलू रौतेली पुरस्कार प्राप्त शांभवी मुरारी ने वनाग्नि को रोकने के लिए लोगों को जागरुक किया। उन्होंने लोगों से जंगल में आग नहीं लगाने की अपील की। जंगल में आग लगने से पर्यावरण, वन्य जीव, जड़ी बूटी और छोटे बड़े पेड़ पौधों को नुकसान होता है। शांभवी ने कहा कि बीते साल वनाग्नि की घटनाओं से देवभूमि में प्रदूषण महानगरों की श्रेणी को भी पार कर गया था। उन्होंने वनाग्नि पर अंकुश लगाने के लिए सामूहिक प्रयास करने पर जोर दिया।

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