रिषिकेष, जनवरी 31 -- सांस फूलने और बार-बार चक्कर आने की वजह से 71 वर्षीय वृद्ध का जीवन संकट में आ गया। इलाज के लिए कई अस्पतालों के चक्कर भी काटे लेकिन डॉक्टरों के आगे उम्र का पड़ाव और बीमारी की गंभीरता आड़े आ जाती। ऐसे में एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों ने रोगी के दिल में बिना तार का (लीडलैस) पेसमेकर प्रत्यारोपित कर न केवल उसका जीवन लौटाने में कामयाबी बल्कि उत्तराखंड में पहली बार इस प्रकार की सर्जरी कर रिकॉर्ड भी बना दिया है। रोगी अब स्वस्थ है और उसे एम्स से छुट्टी दे दी गयी है। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में गोविन्दपुर का यह वृद्ध बीते नौ जनवरी को एम्स ऋषिकेश पंहुचा था। संस्थान के कार्डियोलाजिस्ट विशेषज्ञ डॉ. वरुण कुमार ने रोगी के स्वास्थ्य की विभिन्न जांचें की। पाया कि रोगी के दिल ने सही ढंग से काम करना बंद कर दिया है। इस वजह से उसकी दिल की ...