सोनभद्र, फरवरी 2 -- घोरावल, हिन्दुस्तान संवाद। लोभ एवं मोह व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु होता है। मानव जीवन के पतन का सबसे बड़ा कारण उसका लोभ एवं मोह होता है। लोभ एवं मोह के कारण जीव को अनेक जन्मों तक भटकना पड़ता है। इससे मुक्ति सत्संग एवं ज्ञान से ही संभव है। उक्त बातें रविवार को केवली ग्राम में श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा को संबोधित करते हुए व्यास पीठ से अयोध्या से आए मनीष शरण ने कहीं। उन्होंने कहा कि जीव मोह के कारण अत्यंत दुख प्राप्त करता है। इसके पूर्व उन्होंने भगवान कपिल का जन्म, माता सती का शरीर त्याग, भगवान शिव की स्तुति एवं श्रीराम जन्मोत्सव की संगीत मय कथा का बड़ा ही मार्मिक वर्णन किया गया। इस मौके पर विहिप राष्ट्रीय मंत्री अम्बरीश सिंह, सुरेंद्र सिंह, सुरेश कुमार सिंह, जय प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।

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