बलरामपुर, जुलाई 11 -- बलरामपुर, संवाददाता। सहायक प्रबंधक उद्योग विभाग अखिलेश सिंह ने बताया कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के पारम्परिक कारीगर जैसे बढ़ई. दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री, धोबी एवं हस्तशिल्पियों के आजीविका के साधनों का सुदृढ़ीकरण करते हुए उनके जीवन स्तर को उन्नत किया जा रहा है। योजनान्तर्गत आच्छादित पात्र पारंपरिक कारीगरों एवं दस्तकारों को कौशल वृद्धि हेतु 10 दिवसीय नि:शुल्क एवं आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। सफल प्रशिक्षण उपरांत ट्रेड से सम्बंधित, आधुनिकतम तकनीकी पर आधारित उन्नत किस्म की टूल किट वितरित की जाएगी एवं प्रत्यक्ष लाभ अन्तरण डीबीटी के माध्यम से प्रति प्रशिक्षार्थी को चार हजार रुपए की धनराशि मानदेय के रूप में दी जाएगी।

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