रांची, जून 19 -- खूंटी, प्रतिनिधि। अंतर्राष्ट्रीय सिकल सेल दिवस के अवसर पर गुरुवार को खूंटी के सदर अस्पताल में एक जन-जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को सिकल सेल एनीमिया जैसे गंभीर वंशानुगत रक्त विकार के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित आईटीडीए के परियोजना निदेशक आलोक शिकारी कच्छप ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप जिले में सिकल सेल की जांच को सुनिश्चित किया जाना चाहिए, ताकि इस बीमारी की समय पर पहचान और उपचार संभव हो सके। सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी ने बताया कि सिकल सेल एनीमिया एक आनुवंशिक बीमारी है, जिसमें शरीर की लाल रक्त कोशिकाएं विकृत होकर दरांती के आकार की हो जाती हैं। इससे मरीजों को सीने में दर्द, अत्यधिक थकान, हाथ-पैरों में सूजन, सांस लेने में पर...