गंगापार, नवम्बर 28 -- फतेहपुर में एक लेखपाल की मौत के बाद प्रशासनिक दबाव, अव्यवहारिक कार्यभार और अधिकारियों की संवेदनहीनता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। आरोप है कि लगातार फटकार, छुट्टी न मिलना और निलंबन-सेवा समाप्ति की धमकियों ने उसे मानसिक रूप से तोड़ दिया। मामले ने पूरे विभाग में उबाल ला दिया है। फतेहपुर में लेखपाल सुधीर कुमार की संदिग्ध हालात में मौत ने पूरे राजस्व तंत्र को झकझोर दिया है। लेखपाल संगठन का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि अधिकारियों की संवेदनहीनता और जबरन कार्यभार थोपने से हुई हत्या है। शादी से दो दिन पूर्व छुट्टी न देना, लगातार एसआईआर का दबाव, निलंबन की धमकी और बेवजह फटकार इन परिस्थितियों ने सुधीर को मानसिक रूप से तोड़ दिया। बैठक में अनुपस्थिति पर ईओ द्वारा निलंबन और 25 नवंबर की सुबह राजस्व निरीक्षक के माध्यम से सेवा...