अलीगढ़, अक्टूबर 15 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। गर्भावस्था किसी भी महिला के लिए जीवन का सबसे अहम पड़ाव होता है। लेकिन जब कोख में पल रहे शिशु की धड़कनें थम जाती हैं, तो यह सिर्फ एक परिवार के लिए गहरा सदमा नहीं होता, बल्कि समाज और स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए भी एक चेतावनी होती है। बीते छह माह में ऐसे 29 मामले सामने आए हैं, जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। समय से जांच और इलाज हो तो ऐसी मौतों को काफी हद तक रोका जा सकता है। इसी कारण विभाग अब गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच पर विशेष ध्यान दे रहा है। जनपद में मां की कोख में ही शिशु की मौत हो जाने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। छह माह में 29 शिशुओं की मौत के मामलों के पीछे मुख्य वजह गर्भावस्था के दौरान लापरवाही, नियमित जांच न कराना और देर से इलाज माना जा रहा है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ...
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