रामपुर, जून 21 -- भू जल स्तर सुधारने की कवायद के चलते बनाए गए अमृत सरोवर कहीं लबालब तो कहीं बदहाल नजर आए। शुक्रवार को हिन्दुस्तान की टीम ने अलग-अलग स्थानों पर जाकर अमृत सरोवरों का हाल देखा, जिसमें यही हकीकत सामने आयी। गांवों में पुराने जमाने में कुएं और तालाब पानी का मुख्य स्त्रोत हुआ करते थे। धीरे-धीरे इनका अस्तित्व खत्म हुआ और ये अवैध तरीके से कब्जा ग्रस्त होने लगे। इस वजह से तालाब और कुओं का अस्तित्व खतरे में पड़ गया। जल स्त्रोतों में पानी की कमी से जिले के भूजल स्तर में भी कमी देखी गई। इसको लेकर सरकार ने गांव-गांव तालाबों को नया स्वरूप से देने के लिए अमृत सरोवर बनाने की शुरूआत की। जिसकी शुरुआत देश में रामपुर से ही हुई। यहां पटवाई में देश का पहला अमृत सरोवर बना दिया गया। अब ऐसे जिले में 297 अमृत सरोवर बनकर तैयार हो चुके हैं। मनरेगा की ...