भागलपुर, अप्रैल 11 -- कजरा। वट सावित्री व्रत हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। वट सावित्री महिलाएं पति की दीर्घायु की कामना के लिए रखती है। आचार्य संजय पाठक ने बताया कि वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि के दिन रखा जाता है। सबसे पहले वट सावित्री का व्रत राजा अश्वपति की पुत्री सावित्री ने अपने पति सत्यवान के लिए किया था। तभी से वट सावित्री व्रत महिलाएं अपने पति के मंगल कामना के लिए रखती हैं। इस साल वट सावित्री का व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि यानी सोमवार 26 मई को रखा जाएगा। वट सावित्री व्रत के दिन सुहागिन महिलाएं भूखी प्यासी रहकर व्रत करती हैं। साथ ही वट वृक्ष की पूजा करती हैं। इसे शनि जयंती के नाम से भी कहा जाता है। साथ ही इस व्रत को करने से शनि के नकारात्मक प्रभाव में भी कमी आती है। बता दें कि 26 मई को अमावस्या तिथि का आ...