सीतामढ़ी, जुलाई 9 -- सीतामढ़ी। शहर के हृदयस्थल से गुजरने वाली ऐतिहासिक लक्ष्मणा नदी आज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। कभी यह नदी शहर की जीवन रेखा मानी जाती थी, लेकिन अब इसकी जमीन भू-माफियाओं के अवैध कब्जे में जा चुकी है। चिंताजनक बात यह है कि तीन वर्षों से नगर निगम और प्रशासन केवल कागज़ी कार्रवाई कर मौन साधे हुए हैं। न तो अतिक्रमण हटाया गया, न ही दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई हुई है। तीन साल पहले हुई थी अमानत, अबतक कोई परिणाम नहीं: कार्यालय सूत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार मार्च 2022 से जून 2022 के बीच डीएम के निर्देश पर नगर निगम व अंचल कार्यालय डुमरा और रीगा के अमीनों ने लक्ष्मणा नदी के दोनों किनारों की जमीन की अमानत की थी। इस दौरान अतिक्रमण की पहचान कर 49 लोगों को नोटिस भेजा गया था। कुछ ने नोटिस का जवाब भी दिया, लेकिन फिर कार्रवाई ठ...