नई दिल्ली, जून 12 -- अहमदाबाद प्लेन क्रैश ने न सिर्फ कई जिंदगियां छीन लीं, बल्कि पीछे छोड़ गए ऐसे जख्म जो शायद ही कभी भर सकें। राजस्थान के बालोतरा निवासी मदन सिंह राजपुरोहित की वो एक तस्वीर, जिसमें वह अपनी बेटी खुशबू के साथ एयरपोर्ट पर खड़े हैं - अब सिर्फ याद बनकर रह गई है। यह कोई आम फोटो नहीं, बल्कि एक पिता मां-बेटी के रिश्ते की वो आखिरी झलक थी, जिसमें आंखों में हजारों सपने और चेहरों पर मुस्कान थी। खुशबू लंदन में रहने वाले अपने डॉक्टर पति के पास जा रही थी। पिता मदन सिंह ने खुद अपनी बेटी को अहमदाबाद एयरपोर्ट छोड़ा। बेटी को गले लगाया, आशीर्वाद दिया और भारी मन से विदा किया। पिता का दिल तो जैसे पहले ही कुछ महसूस कर चुका था। बेटी को छोड़कर जैसे ही वे मेहसाणा के पास पहुंचे, मोबाइल की घंटी बजी - उस तरफ से आवाज आई, "वो फ्लाइट क्रैश हो गई है जिसम...
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