मथुरा, सितम्बर 29 -- कस्बे के रामलीला महोत्सव में लंका दहन लीला का बहुत ही मनोहारी मंचन किया गया। इसके देखने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। इसमें कलाकारों के जीवंत अभिनय की सबने सराहना की। रामलीला में दशानन माता सीता को अशोक वाटिका में छोड़कर जाता है। वहां राक्षसी नाना प्रकार से माता जानकी को भयभीत करती हैं। उनकी खोज में हनुमानजी अशोक वाटिका पहुंचते हैं। भूख लगने पर माता की आज्ञा से वह वाटिका में फल फूल खाने लगते हैं। वाटिका को उजड़ाता देख रावण का पुत्र अक्षय कुमार वहां आता है। हनुमान जी उसे युद्ध में समाप्त कर देते हैं। यह समाचार सुन रावण क्रोधित होकर उनकी पूंछ में आग लगवा देता है। पूंछ में लगी आग से हनुमान जी पूरी सोने की लंका को जलाकर भस्म करते हैं। सिर्फ विभीषण का घर छोड़ देते हैं। रामलीला समिति ने कस्बे से बाहर रहने वाले लोगों को भ...