देहरादून, मार्च 5 -- धरातल संस्था द्वारा जनकवि डॉ. अतुल शर्मा के निवास जैन प्लॉट वाणी विहार में होली गोष्ठी का आयोजन किया गया। कवि गोष्ठी में कवियों ने होली और सामाजिक प्रतिबद्धता पर काव्य पाठ किया। संचालन करते हुए कवयित्री रंजना शर्मा के कविता प्रस्तुत की। रोज की जिंदगी से थका न करें और पतंगे सृजन की उड़ाया करें.., प्रश्न चिन्हों के घेरों में घिर जाये तो, बतकही चीड़ वन की हवा से करें..। कवि नीरज नैथानी ने कविता पाठ किया हां मैं कविता, उनके लिए नही लिखता, जिन्हे उजाले के बावजूद नहीं दिखता..। जनकवि डॉ. अतुल शर्मा ने फागुनी दोहे प्रस्तुत किये। हंसी पड़ी है काले रंग में पीला रंग है मूक, लाल रंग में खून मिला है, कहां हो गयी चूक..! कवि वीरेंद्र डंगवाल पार्थ ने कहा, फागुन ने छेड़ी तान, घुघुती गये मीठे गान, खिला है फ्यूंली और बुरांस, प्रकृति में...