गोरखपुर, मार्च 25 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। रमजान का पाक महीना अब आखिरी चरण में है, और ईद की तैयारियां जोरों पर हैं। बाजारों में दिन-रात रौनक बनी हुई है। लोग रोजा रखकर ही खरीदारी कर रहे हैं। शाहमारूफ और रेती जैसे बाजारों में भारी भीड़ उमड़ रही है, जबकि फुटपाथी दुकानदार ग्राहकों को आकर्षित करने में जुटे हैं। धम्माल निवासी मरियम फातिमा, अफीफा फातिमा और मो. हासिर ने पहली बार रोजा रखा। परिजनों ने खास सहरी का इंतजाम किया और शाम को इफ्तार में उन्हें तोहफे और दुआएं दी गईं। समाजसेवी खुर्शीद अहमद मून ने कहा कि रोजे का मकसद भूख-प्यास सहकर समाज में गरीबों की स्थिति को समझना है। जकात अदा करने से जरूरतमंदों की मदद होती है। उलमा के मुताबिक, जहरीले जानवर के काटने से रोजा नहीं टूटता, लेकिन जान का खतरा हो तो तोड़ा जा सकता है।

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