नई दिल्ली, अगस्त 12 -- रवि वेंकटेशन,पूर्व अध्यक्ष, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया जुलाई में माइक्रोसॉफ्ट ने अपने 9,000 कर्मचारियों की छंटनी का एलान किया। साल 2025 में अब तक उसने 15,000 से अधिक कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जबकि यह कंपनी किसी आर्थिक मुश्किल से नहीं जूझ रही। उसने अभी-अभी घोषणा की है कि उसे 27.2 अरब डॉलर की शुद्ध तिमाही कमाई हुई है और उसके शेयरों की कीमत 500 डॉलर प्रति शेयर से ऊपर पहुंच गई है। लिहाजा यह सवाल स्वाभाविक है कि वह हजारों लोगों की छंटनी क्यों कर रही है? इसका जवाब डरावना है। दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट की यह छंटनी किसी आर्थिक सुस्ती का संकेत नहीं है, बल्कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के युग में काम-काज का तरीका बदल रहा है, जिसके कारण संसाधनों को नए सिरे से बांटा जा रहा है। छंटनी इसी का नतीजा है। यह खतरे की पूर्व चेतावनी है ...