बगहा, जुलाई 19 -- बेतिया। कुमारबाग रैक प्वाइंट से ही यूरिया समेत उर्वरकों की कालाबाजारी का खेल शुरू हो जाता है। यहां से 12 घंटे में ही यूरिया समेत अन्य उवर्रक का उठाव कर खुदरा दुकानदारों के गोदामों में पहुंचा दिया जाता है, जबकि थोक विक्रेताओं की ओर से कृषि विभाग को 72 घंटे के बाद रिपोर्ट देने का नियम है। उसके बाद थोक विक्रेताओं के पॉश मशीन में यूरिया की मात्रा दर्ज की जानी है। इन नियमों को ताक पर रखकर थोक विक्रेता पहले ही यूरिया खुदरा विक्रेताओं के गोदाम में पहुंचा देते हैं। इसमें अधिकांश यूरिया सीमावर्ती खुदरा विक्रेताओं के गोदाम में डंप किये जाते हैं। यहां के यूरिया को दूसरे प्रखंडों के पॉश मशीनों में दर्ज किया जाता है। पूर्व में अधिकारियों ने खाद विक्रेताओं के इस कारगुजारी को पकड़ा था। इसमें एक बोरी खाद लेने वाले किसान के नाम पर पांच-प...