देवघर, जुलाई 19 -- जसीडीह। विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला 2025 का पहला सप्ताह रेलवे के लिए सेवा और सफलता दोनों का प्रतीक बन गया है। कांवरियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संभालने के लिए रेलवे ने विशेष रणनीति अपनायी, जिसका परिणाम रहा कि मात्र 7 दिनों में 2 लाख 76 हजार श्रद्धालुओं ने विभिन्न ट्रेनों के माध्यम से देवघर, जसीडीह और बासुकीनाथ से यात्रा की। इस दौरान रेलवे को 2 करोड़ 5 लाख रुपए से अधिक की आय हुई। रेलवे के आंकड़ों के अनुसार गत वर्ष की तुलना में आय में 15 प्रतिशत, जबकि यात्रियों की भीड़ में 18 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। श्रावणी मेले की शुरुआत के साथ ही रेल यात्रियों की संख्या में जबरदस्त उछाल आया। हर दिन हजारों श्रद्धालु विभिन्न शहरों से धार्मिक स्थलों की ओर रवाना हो रहे हैं। श्रावणी सोमवारी पर यात्रियों की संख्या सबसे अधिक रहती ह...