फर्रुखाबाद कन्नौज, अप्रैल 27 -- फर्रुखाबाद, संवाददाता। लोहिया अस्पताल की इमरजेसी में एक आठ माह की बच्ची इलाज को पहुंची। उसकी हालत गंभीर थी। ईएमओ ने देखा और फार्मासिस्ट ने बाल रोग विशेषज्ञ को फोन किया। जवाब मिला कि ओपीडी में मरीजों की भीड़ है, बच्ची को रेफर कर दो। फार्मासिस्ट ने फिर काल की पूरी स्थित बतायी तब डॉक्टर पहुंचे। इलाज किया, कुछ देर बाद ही बच्ची की मौत हो गई। रोते बिलखते परिजन बच्ची का शव लेकर चले गए। बोले प्राइवेट अस्पताल में पैसा भी चला गया और बच्ची की हालत में सुधार भी नहीं हुआ। परिजन बच्ची की मौत से काफी परेशान थे। जहानगंज थाने के समौदीपुर गांव निवासी मनोज कुमार की आठ माह की बेटी पारुल की घर पर हालत बिगड़ी तो परिजनों ने उसे शुक्रवार को मसेनी क्षेत्र के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। पारुल को बुखार था और माथे पर सूजन थी। प...