नई दिल्ली, दिसम्बर 4 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को मजबूत करेगी। भारत का पूरा जोर रूस के साथ व्यापार घाटे को कम करने पर रहेगा। सरकारी सूत्रों ने बताया कि यह यात्रा आर्थिक सहयोग को मजबूत करने में काफी मददगार साबित होगी। बता दें कि राष्ट्रपति पुतिन व्यवसायियों के एक बड़े समूह के साथ यात्रा कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि इस यात्रा के परिणामस्वरूप भारत को रूस के साथ व्यापार घाटे में सुधार की उम्मीद है। मौजूदा समय में भारत रूस से आयात की तुलना में निर्यात बेहद कम करता है। सूत्रों ने कहा कि रूस को भारतीय निर्यात बढ़ाने के लिए कई रास्ते तलाशे जा रहे हैं। इनमें फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल, समुद्री उत्पादों सहित कृषि उत्पादों के क्षेत्र में निर्यात बढ़ाना शामिल है। ...