नई दिल्ली, सितम्बर 18 -- मुंबई। फेडरल रिजर्व के सख्त रुख और डॉलर में तेजी के कारण गुरुवार को रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 28 पैसे टूटकर 88.13 (अस्थायी) पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि व्यापारियों ने ब्याज दरों में कटौती के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व के दृष्टिकोण का आकलन किया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों में एक चौथाई अंक की कमी की और संकेत दिया कि वह शेष वर्ष के लिए उधारी लागत में लगातार कमी करेगा। इसके अलावा, भारत पर अमेरिकी शुल्क और वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं को लेकर चिंताओं के कारण रुपया दबाव में रहा। इसके अलावा, विदेशी पूंजी की सतत निकासी ने भी निवेशकों की कारोबारी धारणाओं को प्रभावित किया।

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