नई दिल्ली, सितम्बर 12 -- मुंबई। अमेरिकी डॉलर सूचकांक में कमजोरी और घरेलू बाजारों के सकारात्मक रुख के बीच शुक्रवार को भारतीय रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबरकर सात पैसे की बढ़त के साथ 88.28 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू मुद्रा एक सीमित दायरे में रहते हुए अपने सर्वकालिक निचले स्तर के आसपास ही रही। भारत के निर्यात पर अमेरिकी शुल्क से जुड़े दबावों और विदेशी पूंजी की लगातार निकासी से निवेशक धारणा प्रभावित हुई। अमेरिकी डॉलर में समग्र कमजोरी और अगले हफ्ते होने वाली फेडरल रिजर्व समिति की बैठक में दर कटौती की बढ़ती संभावनाओं के चलते वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ने से रुपया थोड़े सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा।
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