देवघर, जून 17 -- मधुपुर,प्रतिनिधि। स्थानीय राहुल अध्ययन केन्द्र में आजादी की लड़ाई 1857 में शहीद हुए रोहिणी के तीनों शहीदों की शहादत दिवस मनायी गयी । मौके पर उपस्थित लोगों ने शहीदों की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित की। मौके पर साहित्यकार धनंजय प्रसाद ने विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि आजादी की पहली लड़ाई के दरम्यान संताल परगना के रोहिणी गांव में सिपाही विद्रोह की लपटें पहुंची और यहां के तीन घुड़सवार सैनिकों ने आजादी का बिगुल फूंका था। जिस वजह से अंग्रेजी हुकूमत ने आज ही के दिन तीन क्रांतिकारी सैनानी अमानत अली , सलामत अली व शेख हारुण को रोहिणी के आम बगान में आम के पेड़ पर लटकाकर फांसी दे दिया था। आज तीनों वीर क्रांतिकारी सैनानियों की शहादत दिवस है। रोहिणी में पांचवीं स्थायी घुड़सवार फौज रहा करते थे। अंग्रेजी सैन्य छावनी क...
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