बलिया, जुलाई 21 -- रामगढ़। चक्की नौरंगा मे सोमवार की सुबह शुरू हुये कटान ने तहसील प्रशासन के आपदा पूर्व की गयी सारी तैयारियां पूरी की पोल खोल कर रख दी है। सोमवार को गांव के आठ मकान नदी मे समाहित हो गये। इन पीड़ितों मे से सिताराम, रामेश्वर, कन्हैया आदि ने बताया कि तहसील प्रशासन दो पहले ही निरिक्षण के दौरान आने वाले खतरों को भाँप लिया था। एसडीएम बैरिया ने घरो को खाली करने का फरमान तक सुना दिया था वावजूद आपदा काल मे पीड़ितों के रहने के लिये तिरपाल मे भी एक राहत शिविर लगाना मुनासीब नही समझा। बताया कि परिवार की महिलाओ को रिस्तेदारियों मे पहुंचा दिये है। मावेशियों के साथ खुद पंचायत के सुरक्षित जानकारो के यहा शरण लिये है। इस संबंध मे बैरिया तहसीलदार मनोज कुमार राय का कहना है कि जिनके मकान नदी मे समाहित हो गये है उन्हें जल्द मुआवजा दिलाया जाएगा। तत्...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.