नई दिल्ली, दिसम्बर 23 -- नई दिल्ली। देश में आम लोगों के लिए राहत भरी खबर है। आने वाले समय में दवाइयों की कीमतों में कमी आ सकती है। दवा उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि दवाओं के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल, यानी एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स की कीमतों में हाल के महीनों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है, जिसका सीधा असर दवाओं की कीमतों पर पड़ सकता है। भारत में दवा उद्योग का एक बड़ा हिस्सा चीन से आयात किए जाने वाले एपीआई पर निर्भर है। अनुमान के अनुसार, भारत अपनी लगभग 70 प्रतिशत एपीआई की जरूरतें चीन से पूरी करता है। कोविड-19 महामारी के दौरान इस कच्चे माल की कीमतें काफी बढ़ गई थीं, जिससे दवाइयां महंगी हो गई थीं। हालांकि अब स्थिति बदलती नजर आ रही है। खबरों के मुताबिक, चीन में एपीआई की कीमतों में 35 से 40 प्रतिशत तक की गिरा...