संतकबीरनगर, सितम्बर 29 -- धर्मसिंहवा, हिन्दुस्तान संवाद। धर्मसिंहवा क्षेत्र के मेंहदूपार में शतचंडी महायज्ञ के चौथे दिन कलाकारों ने अहिल्या उद्धार का मंचन किया। सुबाहु वध के बाद जनकपुर जाते हुए अहिल्या उद्धार से लेकर जनकपुर में फुलवारी तक की लीला का मंचन किया। नवरात्रि में मेहदूपार में शुरू हुए शतचंडी महायज्ञ में कलाकारों ने दिखाया कि विश्वामित्र के यज्ञ की रक्षा के लिए जाते समय ताड़का वध के बाद आश्रम पर यज्ञ की रक्षा के लिए गए। आश्रम पर सुबाहु वध किए तथा मारीच को तीर से मारकर दूर फेंक दिए। यज्ञ पूर्ण कराने के बाद मिथिला से सीता स्वयंवर के लिए राजा जनक का बुलावा आया। इसके बाद मुनि विश्वामित्र राजकुमार राम और लक्ष्मण को लेकर जनकपुर स्वयंवर के लिए निकले। रास्ते में अहिल्या का उद्धार किए। इसके बाद जनकपुर में फुलवारी में पूजन में गौरी पूजन कर...