सीतापुर, अक्टूबर 29 -- बहादुरगंज, संवाददाता। रामपुर मथुरा के धौरहरा बाबा ब्रह्मचारी मेला मां दुर्गा उत्सव समिति में चल रही रामलीला में सोमवार को राम वनगमन का मंचन हुआ। मंचन में दिखा कि भगवान राम अपने चारों भाइयों के साथ विवाह करने के बाद अयोध्यापुरी वापस आते हैं। राजा दशरथ गुरु वशिष्ठ की आज्ञा से भगवान राम को राजगद्दी पर बैठाने की घोषणा की। इस भरत शत्रुघ्न अपने ननिहाल चले जाते हैं। राम के राजा बनने की जानकारी जब दासी मंथरा को मिलती है तो वह माता कैकई को बहका फुसला करके दो वरदान मांगने के लिए कहती है। जिस पर माता कैकेई मंथरा दासी की बात को मानकर कोप भवन में चली जाती है। यह पता चलने पर राजा दशरथ रानी को समझाने के लिए कोप भवन में जाते हैं। माता कैकई राजा दशरथ से दो वरदान मांगती हैं। एक राम को 14 वर्ष का वनवास दूसरा भरत को राजगद्दी इस बात को ...