इटावा औरैया, सितम्बर 24 -- इटावा, संवाददाता। मैदानी रामलीला में रानी कैकेई द्वारा मांगे गए वर के अनुसार राजा दशरथ द्वारा राम को 14 वर्ष का वनवास दिया गया। राम के वन गमन के बाद पुत्र वियोग में राजा दशरथ ने भी प्राण त्याग दिए। जसवंतनगर की रामलीला में बड़ी संख्या में दर्शकों के समक्ष कलाकारों ने दिखाया किस प्रकार राजा दशरथ रानी केकई द्वारा वर मांगते हुए भरत को अयोध्या की राजगद्दी तथा राम को 14 वर्ष का वनवास मांगे जाने के बाद मंत्री सुमंत से विचार विमर्श करते हैं। राम को 14 वर्ष का वनवास देते हैं । पिता की आज्ञा को शिरोधार्य कर राम ,सीता वन की ओर रवाना हो जाते हैं तो लक्ष्मण भी माता सुमित्रा की आज्ञा लेकर उनके साथ हो लेते हैं। गंगा नदी पार करते समय केवट से उनकी भेंट होती है।

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