भागलपुर, जुलाई 3 -- कहलगांव, निज प्रतिनिधि कुलकुलिया में बालसंत त्यागी जी महाराज के तत्वावधान में चल रहे नौ कुंडीय शिवशक्ति महायज्ञ के पांचवे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रात्रि में चल रहे श्रीरामकथा में कथावाचक अरुण शास्त्री जी ने भगवान श्री राम की लीला चरित्र, श्री राम का विवाह का वर्णन, श्रद्धा और प्रेम पूर्वक किया। उन्होंने कहा कि जगत के कृतिमान लोगों के बीच अपने आप को लघु बनाए रखना। संसार को अच्छे काम के लिए प्रेरित करना एवं सभी लोगों के साथ प्रेम स्नेह का व्यवहार करना चाहिए।जगत को पर्यावरण रक्षा हेतु प्रकृति की रक्षा करना एवं सह मित्र सहयोगी छोटे एवं बड़ों को सम्मान देना। राम कथा का मुख सार है।राम कथा जीवन जीने की कला सिखाती है। जो रामचरितमानस के हृदय का उद्धार भी है । इस दौरान भव्य झांकी की भी प्रस्तुति हुई। कथा सुनने के...