जयपुर, मई 22 -- राजस्थान में सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को मिलने वाली मुफ्त दवाओं को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन (RMSCL) ने नि:शुल्क दवा योजना के तहत वितरित की जा रही 42 दवाओं के सैंपल को अमानक पाया है। इसके बाद 32 कंपनियों को 1 साल, 8 को 2 साल और 2 को 3 साल के लिए टेंडर प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है। यह कदम सरकारी दवा प्रणाली की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। कॉरपोरेशन की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने बताया कि ये दवाएं लैब जांच में गुणवत्ता की कसौटी पर खरी नहीं उतरीं। अमानक पाए जाने पर इनकी आपूर्ति करने वाली फर्मों पर प्रतिबंध लगाया गया है ताकि मरीजों की सेहत से खिलवाड़ न हो।बैन की गई दवाओं की लिस्ट चौंकाने वाली सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि प्रतिबंधित दवाओं में कई आ...