पटना, जुलाई 9 -- ‎भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने कहा है कि 2003 में राजद शासन में जब मतदाता सूची पुनरीक्षण 31 दिन में हो सकता है, तो आज क्यों नहीं? 1965 में जब लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री थे और 1983 में जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं, तब पुनरीक्षण कार्य हुआ था। देखा जाए तो 20 साल में यह पुनरीक्षण कार्य होता है। उन्होंने बुधवार को पार्टी प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता में दावा किया कि मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण से जितने रोहिंग्या और बांग्लादेशी हैं, उनकी पोल खुल जाएगी और उनका नाम कट जाएगा। किशनगंज में 105 प्रतिशत आधार कार्ड बना है, जबकि अररिया में 103 प्रतिशत, यानी आबादी से ज्यादा आधार कार्ड बने हैं। यह बड़ा सवाल है। इसलिए महागठबंधन की चाहती है कि वे वोटर बने रहें। यही कारण है कि वे इसका विरोध कर रहे हैं। डॉ. जायसवाल ने मह...