नई दिल्ली, मार्च 8 -- कठोर लक्ष्य सत्ताधारी दल के एक बड़े नेता ने पिछले दिनों एक नसीहत देकर अपने नेताओं को चौंका दिया। उन्होंने मुलाकात के लिए आए नेताओं से कहा कि वे असत्य कम बोला करें और आडंबर से जितना बचें उतना अच्छा। अब यह संदेश किसी एक के लिए था या सामान्य रूप से कहा गया, लेकिन सब अपना-अपना आकलन करने में जुट गए। एक नेता ने चुटकी लेते हुए कहा कि राजनीति में हमेशा सच बोलना नामुमकिन नहीं तो मुश्किल जरूर होता है। यह बहुत ही कठोर लक्ष्य है। इसे हासिल कर लिया तो मानों बड़ी साधना कर ली। मेहनत बेकार बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ने की तैयारी में है। दोनों के बीच सीट बंटवारे को लेकर औपचारिक बातचीत शुरू नहीं हुई है पर स्थानीय नेता आपस में चर्चा कर रहे हैं। कांग्रेस कुछ सीट बदलना चाहती है, पर पार्टी के कुछ नेता जो इ...
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