नई दिल्ली, मई 31 -- राजदरबार :: राजयोग भाजपा के कई राज्य नेतृत्व में इन दिनों राजयोग की चर्चा कुछ ज्यादा ही हो रही है। दरअसल, पार्टी का संगठन चुनाव लंबा खिंचने के चलते कई राज्यों में मौजूदा प्रदेश अध्यक्षों को विस्तार मिला हुआ है। इसे पार्टी के नेता प्रदेश अध्यक्ष का प्रबल राजयोग मान रहे हैं। तीन राज्यों में अध्यक्ष तो पार्टी की कमान संभालने के साथ-साथ केंद्र में मंत्री भी हैं। इसके अलावा, कुछ प्रदेश अध्यक्ष जो आम चुनाव के बाद से ही अपने बदले जाने के चलते शिथिल पड़े थे, इसके बावजूद प्रबल राजयोग के चलते कमान संभाले हुए हैं। ऐसे में जिन नेताओं को प्रदेशों में संगठन की भावी कमान मिलने की चर्चाएं थीं, अब अपनी-अपनी कुंडली दिखाने में लगे हैं कि उनका राजयोग है भी या नहीं। देखना यह है कि उनको ज्योतिष सलाह कितनी फलती है और राजयोग आता भी है या नहीं...
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