चंदौली, सितम्बर 12 -- चंदौली। रसायनों का अन्धाधुंध प्रयोग आम जन-जीवन, पर्यावरण एवं वन्यजीवों पर दुष्प्रभाव डाल रहा है। रसायन आधारित कृषि से हटकर परम्परागत कृषि विधाओं एवं तकनीकी कृषि कार्यों को अधिक से अधिक प्रयोग कर स्वस्थ्य एवं रसायन रहित अन्न उत्पादन कर सकते हैं। इसके लिए कृषि विभाग किसानों को गर्मियों में खेत की जुताई, मेड़ों की साफ-सफाई, भूमि शोधन, बीज शोधन, जैविक कृषि रक्षा रसायन का प्रयोग करने के लिए ने एडवाजरी जारी किया है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी स्नेह प्रभा ने कहा कि प्रतिवर्ष फसलों का 33 प्रतिशत नुकसान खरपतवारों से होता है। वहीं 20 प्रतिशत कीटों, 7 प्रतिशत भंडारण, 6 प्रतिशत चूहों और 8 प्रतिशत अन्य कारणों से नुकसान हो जाता है। इस क्षति को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश अकेले 58.7 प्रतिशत कीटनाशी, 22 प्रतिशत खरपतवार नाशी, 16 प्रतिशत फ...
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