नई दिल्ली, मई 21 -- ब्लड बैंक संचालकों का मानना है कि जागरूकता अभियान और सोशल मीडिया के दम पर 4 से 5 हजार यूनिट ब्लड डोनेट हो सकता है। रक्त की उपलब्धता शहर के मरीजों के लिए काफी है। इसके बाद भी मरीजों को समय पर खून नहीं मिल पाता। ब्लड बैंक का पता नहीं होने का अभाव, मोबाइल नंबर का नहीं होना, अस्पताल में खून का नहीं मिलना, ब्लड ग्रुप मैच के लिए इधर भटकना बड़ी समस्या है। ब्लड बैंकों में भरपूर रक्त होने के बाद भी तमाम जरूरतमंद रक्त से दूर रहते हैं। मंगलवार को हिन्दुस्तान के अभियान 'बोले हाथरस' के तहत टीम ने शहर के अलीगढ़ रोड मंडी समिति स्थित एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स के जिला कार्यालय पर रक्तदानियोंसे संवाद किया। हाथरस में नियमित रक्तदान करने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। हजारों लोग इसे महादान मानकर इस नेक काम में जु...
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