धनबाद, फरवरी 23 -- कतरास। श्यामडीह स्थित मासूम शाह बाबा के दरबार में 25 वां सालाना लंगर-ए-आम के मौके पर शुक्रवार की देर रात कव्वाली का आयोजन हुआ। मुंबई की कव्वाला बेबी जारा बारसी व कव्वाल इमरान रजा साबरी के बीच जबर्दस्त मुकाबला हुआ। दोनों कव्वालों ने एक से बढ़कर एक कव्वाली व गजलों की प्रस्तुति की। इस दौरान बेबी जारा बारसी ने ये दूल्हा बने हैं मासूम पिया, ये दर तो हकीकत में दुखियों का है सहारा..., वहीं कव्वाल इमरान रजा ने जिसने भी अलीं को पुकारा नहीं, उसका दुनिया में सहारा नहीं..., ये मासूम बाबा मुझको झुकने नहीं देता सहारा है तेरा...। इसके अलावा मेरी हस्ती को मिटा सके ये किसी में दम नहीं, मैं हूं मासूम का गुलाम...... सुनाकर श्रोताओं की तालियां बटोरी। वहीं शब्बीर ने वफादारे वतन है ये मेरी पहचान लिख देना, हमारी कब्र की पत्थर पे हिंदुस्तान लि...