अल्मोड़ा, फरवरी 17 -- ग्रामोत्थान परियोजना के तहत कृषि विज्ञान केंद्र मटेला की ओर से सोमवार को सनणा में सरसों उत्पादन प्रशिक्षण कार्यशाला हुई। डॉ. राजेश कुमार ने कृषकों को सरसों के फसल में लगने वाले कीट रोगों से बचाव के लिए येलो स्टिकी ट्रैप का महत्व बताया। जैविक कीट नियंत्रण के लिए नीम तेल के प्रयोग की भी जानकारी दी। यहां नई दिशा आजीविका स्वयत्त सहकारिता अध्यक्ष भगवती पांडये, आजीविका समन्वयक दीपक शर्मा, बृजेश गहतोड़ी, भरत बिष्ट, शांति देवी, सविता देवी, माधवी देवी, लीला देवी, राम सिंह, दिनेश सिंह, राजू पांडे, यशोदा देवी, सोनू देवी, रजनी, माला देवी आदि रहीं।

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