बांका, जुलाई 21 -- बांका, निज प्रतिनिधि। जिले में खासकर खरीफ मौसम में यूरिया खाद की कालाबाजरी बढ जाती है। जिस पर रोक लगाने के लिए जिला मुख्यालय से लेकर पंचायत स्तर तक पदाधिकारियों की चैन तैयार की गई है। जिससे आम किसानों तक यूरिया खाद उपलब्ध कराई जा सके। वहीं यूरिया खाद के बेहतर विकल्प के रूप में नैनो यूरिया को प्रमोट किया जा रहा है। जिसकी फर्टिलिटी रेट यूरिया खाद की तुलना में 50 फीसदी अधिक है। इसको लेकर सरकार की ओर से जिले को पर्याप्त मात्रा में नैनो यूरिया उपलब्ध कराए गए हैं। जो पारंपरिक खाद की तुलना में कम मात्रा में उपयोग होता है और पौधों को नाइट्रोजन प्रदान करने में अधिक प्रभावी है। नैनो यूरिया को स्वेदशी के रूप में किसाान अपनाने लगे हैं। नैनो यूरिया के कण बहुत छोटे होते हैं। जिससे पौधों को पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन मिलता है। नैनो...