लखनऊ, अगस्त 1 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता प्लास्टिक प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में यूपी एक बड़ा और क्रांतिकारी कदम उठाने जा रहा है। प्रदेश में निराश्रित गायों के गोबर से बायोप्लास्टिक, जैव-पॉलिमर, बायोटेक्सटाइल, वस्त्र, इको-पेपर, बोर्ड, बायोगैस, कम्पोस्ट और नैनोसेल्यूलोज जैसे उत्पाद तैयार किए जाएंगे। एक अनुमान के अनुसार उत्तर प्रदेश में निराश्रित गोवंश से प्रतिदिन औसतन 54 लाख किलोग्राम गोबर उत्पन्न होता है, जिसका उपयोग इन प्रोडक्ट को बनाने में किया जाएगा। गोबर से वैज्ञानिक पद्धति के जरिए न केवल प्लास्टिक के विकल्प तैयार किए जाएंगे, बल्कि जैव प्रदूषण को भी रोका जाएगा। इससे पर्यावरण संरक्षण को भी नया बल मिलेगा। गो सेवा आयोग की दूरदर्शी योजना गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने बताया कि यह योजना मुख्यमंत्री के "हर गांव ऊर्जा ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.