भागलपुर, जून 24 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। पहले अधेड़ों और बुजुर्गों को अपनी चपेट में लेने वाला लकवा यानी ब्रेन स्ट्रोक अब युवाओं को भी अपना शिकार बना रहा है। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (मायागंज अस्पताल) में इलाज को आने वाले कुल लकवा के मरीज में से करीब 20 प्रतिशत युवा लकवा के मरीज मिल रहे हैं। जेएलएनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजकमल चौधरी बताते हैं कि सामान्य दिनों में अस्पताल में रोजाना दस से 12 की संख्या में लकवा के मरीज इलाज को पहुंच रहे हैं। इनमें से एक से लकवा के मरीजों की उम्र 30 से 35 साल के बीच होती है। खराब जीवनशैली, बीपी-शुगर से बढ़े ब्रेन स्ट्रोक के मामले बकौल डॉ. राजकमल चौधरी, युवाओं में बढ़ रहे ब्रेन स्ट्रोक यानी लकवा के मामले के पीछे की मुख्य वजह खराब जीवनशैली है। अनियमित खानपान, शारीरिक गतिविधि ...