बगहा, मार्च 9 -- बगहा। ' जल्दी जल्दी चल सं, टाइत बीतता। नीतीश कुमार आवताने, चल जइहन। ढेर देर नइखे रहेके उनका। पचास वर्षीया वृद्धा गोदावरी ने जैसे ही इस बता को कहा, उसके साथ चल रही जानकी तपाक से बोल पडी। उसने कहा कि ना जइहें, हमनी सं समये से बानी। चिंता कइले के जरुरत नइखे। एहीसे हम कहत रहनी ह कि सेबेरे ही चल चलेके। इस तरह की बातें आम दिखी शनिवार को वाल्मीकिनगर पहुंचने वाले रास्तो से वाल्मीकि महोत्सव में जाने वाले लोगो में। दरअसल शनिवार को वाल्मीकिनगर में वाल्मीकि महोत्सव का आयोजन किया गया। करीब नौ वर्ष के बाद आयोजित होने वाले इस महोत्सव को लेकर स्थानीय सहित आसपास के लोगो में काफी उत्साह देखने को मिला। वाल्मीकि महोत्सव में सबसे अधिक भीड़ महिलाओं की रही। कार्यक्रम में आयी महिला सनोजा देवी, आसमा खातुन, सरोज कुमारी आदि ने बताया कि वाल्मीकिनगर क...