बाराबंकी, मई 11 -- सिरौलीगौसपुर। जंगी शहीद रह. अलै. के आस्ताने मेला रायगंज के सालाना उर्स में मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसने कवियों तथा शायरों ने अपनी अपनी रचना सुनाकर खूब तालियां बटोरी। रायबरेली से आए कवि नर कंकाल ने मेरठ की घटना को लेकर पढ़ा महिला हेल्पलाइन तो जारी कर दिया, पुरुष हेल्पलाइन कब देगी यह सरकार है। यह कैसा इश्क है और कैसा प्यार है...। इस हास्य व्यंग पर लोग ठहाके लगाते नजर आए। इसके बाद कवियत्री डॉ शशी श्रेया ने मोहब्बत के कलाम पेश करते हुए पढ़ा रंग खुशबू नजारे नहीं चाहिए, ख्वाब भी प्यारे-प्यारे नहीं चाहिए...। मां का मयूर इलू इलू गाता है, पापा की परि को लल्लू भाता है...। इसके साथ ही शादाब आज़मी, खुर्शीद हैदर, हाशमी फिरोजाबादी, उस्मान मीनाई आदि शायर व कवियों अपनी रचनाएं पेश कर मौजूदा स्रोताओ को देर तक बांधे रखा। इ...
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